Friday, March 4, 2016

मोटिवेशन : अच्छी नींद और अच्छे आहार की जरुरत

                                                                - मिलन  सिन्हा,  मोटिवेशनल  स्पीकर .....               
सीबीएसइ की दसवीं तथा बारहवीं की परीक्षाएं भी प्रारंभ हो गयी हैं. छात्र–छात्राएं तैयारी में पूरी तरह जुटे हैं. अमूमन इस दौरान हम यह भी पाते हैं  कि अध्ययन के नार्मल रूटीन के साथ -साथ छात्र-छात्राओं की अन्य सामान्य दिनचर्या तक अस्त-व्यस्त हो जाती है. कहने का मतलब  यह  कि उन्हें न तो समय पर खाने की फ़िक्र रहती  है और न ही समय पर सोने  की,   जब  कि  परीक्षा की पूरी अवधि में  खाने और सोने पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता होती है, जितना कि पढ़ने पर.  ऐसा  इसलिए कि यथासमय आहार व नींद से  दूर रहने पर वे पर्याप्त शारीरिक एवं मानसिक शक्ति से युक्त नहीं रह सकते हैं. इसके एक दुष्प्रभाव  के रूप में उनमें नकारात्मक विचारों में वृद्धि हो जाती है  और वे अचानक ही खुद को अनेक समस्याओं से घिरे पाते हैं; परीक्षा के दौरान बीमार पड़ने की संभावना बढ़ जाती है; और फिर परीक्षा में बेहतर परफॉर्म करना कठिन हो जाता है.

नींद की महत्ता :

चिकित्सा विज्ञान कहता है कि रात में अपर्याप्त नींद के कारण हमारा स्वास्थ्य खराब हो जाता है. ऐसे लोगों का स्ट्रेस हॉर्मोन्स काफी बढ़ जाता है जिसके चलते वे एकाधिक रोगों की चपेट में आ जाते हैं. लिहाजा, रात में सात –आठ घंटा जरुर सोयें. रात की अच्छी नींद सुबह आपके लिए ताजगी, उमंग व उत्साह का उपहार लेकर आती है. हाँ, सोने से पहले  अपना  मोबाइल बंद कर लें तो उत्तम, नहीं तो कम से कम साइलेंट मोड पर जरूर कर लें. मोबाइल को सोने के स्थान से दूर रखें. एक और बात. ध्वनि तथा प्रकाश अच्छी नींद को बाधित करते हैं.  सोने से पहले इसका  ध्यान रखें तो बेहतर. मौका मिले तो दोपहर में भी थोड़ी देर (घंटा भर) सो लें – रीफ्रेशड फील करेंगे. ज्ञातव्य है कि अच्छी नींद को अनेक चिकित्सा विशेषज्ञों ने दवाइयों का महाराजा तक की उपाधि दी है. विलियम शेक्सपियर ने भी अपनी प्रसिद्ध कृति 'मैकबेथ' में  नींद की अहमियत को बखूबी रेखांकित किया है.

आहार है अहम :

सुबह के नाश्ते में  पहले एक चम्मच शहद लें. उसके बाद एक छोटी कटोरी भर अंकुरित चना, मूंग आदि के साथ थोड़ा-सा  गुड़, बादाम, किसमिस, अखरोट लें और उसे खूब चबा कर खाएं. नाश्ते में सत्तू , लिट्टी , चूड़ा–दही , रोटी-दाल /हरी सब्जी–सलाद, टोस्ट-ऑमलेट आदि लें. दोपहर के खाने में चावल या रोटी के साथ दाल, मौसमी हरी सब्जी, दही, सलाद का सेवन करें. अपने आहार  में मौसमी फलों – केला, पपीता, नारंगी, अमरुद, सेव आदि को भी शामिल करें. रात के खाने को सादा एवं सबसे हल्का रखें और  खाना जल्दी खा भी लें. सोने से पहले एक कप / गिलास  गुनगुने दूध पी कर सोयें. हाँ, जंक,बाजारू एवं प्रोसेस्ड चीजों से बचने की हरसंभव कोशिश करें. भोज, पार्टी आदि से दूर रहें. परीक्षा के दिन यथासंभव सादा एवं सुपाच्य भोजन करें, मसलन दाल –रोटी, दही –चूड़ा, खिचड़ी  आदि. शरीर को बराबर हाइड्रेटेड रखें, अर्थात  पानी पीते रहें.

कहना न होगा, छात्र –छात्राओं के साथ –साथ उनके अविभावकों को भी, खासकर इस अवधि में,  इन बातों पर पूरा ध्यान देना चाहिए, तभी वे परीक्षा के अच्छे फल की उम्मीद कर सकते हैं.

                और भी बातें करेंगे, चलते-चलते । असीम शुभकामनाएं

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