Tuesday, July 2, 2013

आज की कविता : दर्द और दहशत

-मिलन सिन्हा

sorrowउसने देखा है
गाय और भैसों को
ट्रक और ट्रेक्टर से
ले जाते हुए
उसने देखा है
भेड़ और बकरी को
टैम्पू और तांगे पर
ले जाते हुए
उसने देखा है
मेमने को
बोरे में डाल कर
साइकिल से
ले जाते हुए
उसने देखा है
मुर्गियों को
रिक्शे- ठेले पर
ले जाते हुए
और हर बार
कई कई बार
महसूस किया है
उस दर्द, दहशत,
खौफ, जहालत,
अनिश्चितता, बेबसी …को
जो उस गाय, भैंस, बकरी,
भेड़, मेमने और मुर्गी ने
महसूस किया है
अपनी छोटी सी जिंदगी में !

# प्रवक्ता . कॉम पर प्रकाशित, दिनांक :01.07.2013

                         और भी बातें करेंगे, चलते चलते। असीम शुभकामनाएं।

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